Tuesday, August 12, 2014

पति की 'वेल्यू '

         पति की 'वेल्यू '

पत्नी जब माँ बन जाती है,  पति की वेल्यू घट जाती है
कुछ पति में और कुछ बच्चों में,वो बेचारी बंट जाती है 
जब शादी होती है उसकी ,एक अधिकार पति का होता
पंख लगा कर उड़ती रहती ,इतना प्यार पति का होता
धीरे धीरे ,उसके सर पर,जब पड़ती  है  जिम्मेदारी,
तो फिर वह बंटने लगती है ,करना पड़ता है समझौता
समय न मिलता कामधाम में वो फिर इतना खट जातीहै
 पत्नी जब माँ बन जाती है ,  पति की वेल्यू  घट जाती है
 एक तरफ तो माँ की ममता ,और बच्चों का लालन पालन
और दूसरी तरफ पति का ,भी उसको रखना पड़ता   मन
बच्चों को स्कूल भेजना ,उनका होम वर्क करवाना ,
कामकाज कितने ही सारे,परिवार की सारी  उलझन
कब ,किसको,कितना टाइम दे,वो मुश्किल में पड़ जाती है
पत्नी जब माँ बन जाती है,पति की वेल्यू घट  जाती है 
पति और पत्नी के रिश्तों में ,कुछ खटास है आने लगता
जब दोनों के प्रीत प्यार पर ,हावी होने लगती  ममता
पति को मिलता प्यार अधूरा,जिस पर होता है पूरा हक़ ,
बहुत खिजाने लगती पति को,पत्नी का व्यवहार,विषमता
तो फिर छोटी छोटी बातों  ,में भी  खटपट  हो जाती  है
पत्नी बी माँ बन जाती  है, पति की  वेल्यू  घट  जाती है

मदन मोहन बाहेती'घोटू'

धन्यवाद

                धन्यवाद

आज अपने बुजुर्गों का ,किया है सन्मान तुमने ,
               ये तुम्हारे विचारों की,सोच की, उत्कृष्टता है
लोग करते है तिरस्कृत ,जिन्हे बीता हुआ कल, कह,
             कर रहे उनको नमन तुम,ये तुम्हारी शिष्टता है
अनुभवों का मान करके,उम्र का सन्मान करके,
              सभी अपने वरिष्ठों को ,दिया है आल्हाद तुमने    
हमेशा सब खुश रहें ,फूलें ,फलें ,हो सुखी जीवन ,
             पा लिया अपने बड़ों का ,आज आशीर्वाद तुमने
 जिस तरह ऑरेन्ज में फांकें कई,पर सब बंधी है ,
              वैसे ही बंध  प्रेम डोरी से रहें,परिवार बन हम
हमारे इस परिसर में ,सदा फैले भाईचारा,
             एकता और संगठन हो ,रहें मिलजुल,प्यार बन हम

घोटू