आज से 'अधिक मास 'का आरम्भ हो रहा है
हमने भी इस पावन मास में एक संकल्प लिया है
संकल्प
अधिक मास में ,अधिक मांस को कम करना है
घी और तेल , मिठाई से भी अब डरना है
करना खाना बंद ,परांठे और पूरियां
जंक फ़ूड से ,रखनी हमको बना दूरियां
अब न पकोड़े ,आलूटिक्की और समोसे
अब जीना है ,बिना छौंक की दाल भरोसे
करना है कंट्रोल ,स्वाद मारी जिव्हा पर
रखना होगा,अब अपने मन को समझा कर
नहीं जलेबी ,अब सलाद हमको चरना है
अधिक मास में अधिक मांस को कम करना है
अब पेप्सी ,कोकोकोला से करनी तौबा
खाने है फल और रस पीना हमे फलों का
करना सैर सवेरे और व्यायाम नित्य ही
औरआवश्यक करना प्राणायाम नित्य ही
शुद्ध हवा का और शुद्ध पानी का सेवन
तन भी निर्मल होता है ,निर्मल होता मन
दीपावली आने तक,'स्लिम और ट्रिम 'बनना है
अधिक मास में अधिक मांस को कम करना है
ताकि तुम महसूस कर सको हलके हलके
ताकि जवानी फिर से चेहरे पर आ छलके
ताकि कोई यह न कह सके तुम हो मोटे
ताकि फिर से पहन सको तुम कपड़े छोटे
ताकि फिर तन फुर्तीला हो ,मन हो चंचल
ताकि हसीनाएं न बोले तुमको अंकल
एक बार फिर ,यह व्यक्तित्व निखरना है
अधिक मास में अधिक मांस को,कम करना है
मदन मोहन बाहेती 'घोटू '
हमने भी इस पावन मास में एक संकल्प लिया है
संकल्प
अधिक मास में ,अधिक मांस को कम करना है
घी और तेल , मिठाई से भी अब डरना है
करना खाना बंद ,परांठे और पूरियां
जंक फ़ूड से ,रखनी हमको बना दूरियां
अब न पकोड़े ,आलूटिक्की और समोसे
अब जीना है ,बिना छौंक की दाल भरोसे
करना है कंट्रोल ,स्वाद मारी जिव्हा पर
रखना होगा,अब अपने मन को समझा कर
नहीं जलेबी ,अब सलाद हमको चरना है
अधिक मास में अधिक मांस को कम करना है
अब पेप्सी ,कोकोकोला से करनी तौबा
खाने है फल और रस पीना हमे फलों का
करना सैर सवेरे और व्यायाम नित्य ही
औरआवश्यक करना प्राणायाम नित्य ही
शुद्ध हवा का और शुद्ध पानी का सेवन
तन भी निर्मल होता है ,निर्मल होता मन
दीपावली आने तक,'स्लिम और ट्रिम 'बनना है
अधिक मास में अधिक मांस को कम करना है
ताकि तुम महसूस कर सको हलके हलके
ताकि जवानी फिर से चेहरे पर आ छलके
ताकि कोई यह न कह सके तुम हो मोटे
ताकि फिर से पहन सको तुम कपड़े छोटे
ताकि फिर तन फुर्तीला हो ,मन हो चंचल
ताकि हसीनाएं न बोले तुमको अंकल
एक बार फिर ,यह व्यक्तित्व निखरना है
अधिक मास में अधिक मांस को,कम करना है
मदन मोहन बाहेती 'घोटू '