पत्नी जी और उनका मोबाइल
प्रियतमे
कई बार यह शिकायत रहती है तुम्हें
कि तुम्हारा मोबाइल फोन
बार-बार हो जाता है मौन
कई बार ठीक से आवाज भी नहीं सुनाती है
उसकी बैटरी जल्दी डिस्चार्ज हो जाती है
कम मेमोरी है और बॉडी पर स्क्रेच भी है आ गए आजकल बाजार में रोज आ रहे हैं मॉडल नए
और यह मुआ खराब होकर तंग करता है, मुसीबत है अब मुझे नए मोबाइल की जरूरत है
हमने कहा डियर
मैं देखता हूं कि दिन भर
तुम अपने मोबाइल को उंगलियों से सहलाती रहती हो कभी गाल से चिपकाती रहती हो
होठों के पास ले जाकर फुसफुसा कर बात करती हो
और वह भी दिन रात करती हो
अब तुम ही बताओ,
जब तुम मुझे थोड़ा सा सहलाती हो
या होठों के पास आती हो
तो मेरी हालत कैसी बिगड़ जाती है
मेरी नियत खराब हो जाती है
डर के मारे मैं धीरे बोलता हूं मेरी आवाज नहीं निकलती मेरी एनर्जी क्षीण हो जाती और मेरी एक नहीं चलती
जब कुछ क्षण मे हो जाता है मेरा हाल ऐसा
तो दिन भर तुम्हारा साथ पाकर ,अगर मोबाइल हो जाता है खराब,तो अचरज कैसा
दरअसल वह खराब नहीं होता ,उसकी नियत खराब हो जाती है, वह खो देता अपने होंश हैं
यह मोबाइल का दोष नहीं, यह तुम्हारा दोष है
मदन मोहन बाहेती घोटू