दशहरे के दिन
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दशहरे के दिन,वो हमारे घर आये
बोले बच्चे रावण देखने गए हैं,
हमने सोचा,चलो हम आपको ही देख आयें
हमने कहा सच ,होता बड़ा तमाशा है
रावण को देखने सब जाते हैं,
राम को देखने कोई नहीं जाता है
आप तो हमेशा से रूढ़ियाँ तोड़ते आये है
अच्छा हुआ,आप रावण देखने नहीं गये,
हमारे यहाँ आये है
पर वहां बच्चों को क्या मज़ा आएगा
आप तो यहाँ है,
बच्चों को रावण कैसे नज़र आएगा?
मदन मोहन बाहेती 'घोटू'
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दशहरे के दिन,वो हमारे घर आये
बोले बच्चे रावण देखने गए हैं,
हमने सोचा,चलो हम आपको ही देख आयें
हमने कहा सच ,होता बड़ा तमाशा है
रावण को देखने सब जाते हैं,
राम को देखने कोई नहीं जाता है
आप तो हमेशा से रूढ़ियाँ तोड़ते आये है
अच्छा हुआ,आप रावण देखने नहीं गये,
हमारे यहाँ आये है
पर वहां बच्चों को क्या मज़ा आएगा
आप तो यहाँ है,
बच्चों को रावण कैसे नज़र आएगा?
मदन मोहन बाहेती 'घोटू'
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