सच्चा प्यार
कहा गदहे ने गदही से ,उठा कर प्यार से टांगें,
तेरे चेहरे में ,मुझको ,चाँद का दीदार होता है
तेरी आहट भी होती है ,महक जाती मेरी दुनिया ,
गदही बोली ये होता है जब सच्चा प्यार होता है
ढेर से कपड़ों का बोझ ,दिया जब लाद धोबी ने ,
वो बोली क्यों हमारे साथ ये हर बार होता है
हमारे प्यार में हरदम अड़ंगे डालता रहता ,
बड़ा बेरहम ,जालिम कितना ये संसार होता है
मदन मोहन बाहेती'घोटू'
कहा गदहे ने गदही से ,उठा कर प्यार से टांगें,
तेरे चेहरे में ,मुझको ,चाँद का दीदार होता है
तेरी आहट भी होती है ,महक जाती मेरी दुनिया ,
गदही बोली ये होता है जब सच्चा प्यार होता है
ढेर से कपड़ों का बोझ ,दिया जब लाद धोबी ने ,
वो बोली क्यों हमारे साथ ये हर बार होता है
हमारे प्यार में हरदम अड़ंगे डालता रहता ,
बड़ा बेरहम ,जालिम कितना ये संसार होता है
मदन मोहन बाहेती'घोटू'
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