माँ का आशीर्वाद
बचपन से ले अब तक जिसका ,रहा हमारे सर पर साया
जिसने हमको पाला,पोसा ,पढ़ा लिखा इंसान बनाया
जीवन में आगे बढ़ने का सदा दिया हमको प्रोत्साहन
जिस ममता की मूरत माँ ने ,प्यार लुटाया हम पर हरदम
चली गयी वो हमें छोड़ कर ,घर में बिखर गया सूनापन
याद तुम्हारी ,आती माता ,हमको हर दिन ,हर पल ,हर क्षण
बैठी हो तुम ,दूर स्वर्ग में ,किन्तु नेह जल हो छलकाती
फूलें फलें ,रहें सुखी हम ,सब पर आशीषें बरसाती
मदन मोहन बाहेती 'घोटू '
बचपन से ले अब तक जिसका ,रहा हमारे सर पर साया
जिसने हमको पाला,पोसा ,पढ़ा लिखा इंसान बनाया
जीवन में आगे बढ़ने का सदा दिया हमको प्रोत्साहन
जिस ममता की मूरत माँ ने ,प्यार लुटाया हम पर हरदम
चली गयी वो हमें छोड़ कर ,घर में बिखर गया सूनापन
याद तुम्हारी ,आती माता ,हमको हर दिन ,हर पल ,हर क्षण
बैठी हो तुम ,दूर स्वर्ग में ,किन्तु नेह जल हो छलकाती
फूलें फलें ,रहें सुखी हम ,सब पर आशीषें बरसाती
मदन मोहन बाहेती 'घोटू '
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