तेज धुप हो ,बहे पसीना ,तो गर्मी है
पहलू में हो कोई हसीना ,तो गर्मी है
गुस्से से मुहं अगर लाल है,तो गर्मी है
पोकित में जो अगर माल है,तो गर्मी है
तेजी से बढ़ता बाज़ार है,तो गर्मी है
तबियत बिगड़ी है ,बुखार है,तो गर्मी है
राजनीती में चहल पहल है,तो गर्मी है
पद है ,बंगला हैकि महल है ,तो गर्मी है
गर्मी कई तरह की होती, बहुत गरम है
नियम गणित का ,दो ऋण मिल कर होते धन है
पर गर्मी की बीजगणित उलटी होती है
दो गर्मी के मिलने पर सर्दी होती है
मई जून का मौसम बड़ा गरम होता है
धनवानों का पॉकेट बड़ा गरम होता है
लेकिन जब ये दोनों गर्मी मिल जाती है
तो हिलस्टेशन पर जाकर गर्मी आती है
जब सर्दी होती तो कांप कांप हम जाते
गर्म दो बदन,जब आपस में है टकराते
अधर कांपते ,अंग अंग में होती सिहरन
ये सब तो,सर्दी वाले ही होते लक्षण
गर्म खून वाले ,दो ,लड़ते खेल खेल में
एक वहीँ ठंडा पड़ता है ,एक जेल में
एक राज़ की बात आपको हम बतलाये
जब सर्दी आने को हो ,दीवाली आये
आने वाली सर्दी सर्दी से हम सब डरते है
इसीलिए तो लक्ष्मी की पूजा करते है
हे लक्ष्मी मैया! तू साथ हमारे रहना
गर्म तिजोरी,पॉकेट हरदम करती रहना
पॉकेट हो यदि गरम ,सभी कुछ गरम गरम है
सर्दी आये पास ,कहाँ सर्दी में दम है
हीटर,शाल,रजाई,सूट,स्वेटर ,कार्डिगन
पॉकेट गरम,बराबर उसको सारे मौसम
और गर्मी आने के पहले आती होली
मस्ती,मौज,शरारत,होती हंसी ,ठिठोली
ऋतू बसंती होती ही है यूं मदमाती
की गर्मी आने के पहले गर्मी आती
वेतन जीवी लोगों का मौसम बेदर्दी
एक तारीख को गर्मी और तीस को सर्दी
ऊपर वाले अफसर बहुत गरम होते है
तब ही केबिन एयर कंडीशन होते है
ये भी देखा है,कुछ लोग सख्त होते है
लेकिन उनके चमचे बड़े भक्त होते है
गर्मी का नरमी से नजदीकी नाता है
गर्मी पाकर के फौलाद पिघल जाता है
सही जगह पर सही किसम की गर्मी देना
जब तक अंडे न निकले,अण्डों को सेना
जिसको हो ये ज्ञान,सफलता वो पाता है
धीरे धीरे बड़ा आदमी बन जाता है
तो यह सच है ,गर्मी सबके मन भाती है
गर्मी की गरिमा है ,सबको गरमाती है
गर्म जलेबी,गर्म समोसे ,गर्म पकोड़ी
गरम गरम गाजर का हलवा,गर्म कचोडी
गर्म चाय हो,कोफ़ी या आलू की टिकिया
गर्म चीज सब खाने में लगती है बढ़िया
गर्म देश के लोग भला हम गर्म न होंगे
जाने अब तक ये गर्मी के मर्म न होंगे
इसीलिए तुम छोडो सारी शर्मा शर्मी
मजा उठाओ गर्मी का ,जब तक है गर्मी
मदन मोहन बहेती 'घोटू'
नोयडा उ.प्र
पहलू में हो कोई हसीना ,तो गर्मी है
गुस्से से मुहं अगर लाल है,तो गर्मी है
पोकित में जो अगर माल है,तो गर्मी है
तेजी से बढ़ता बाज़ार है,तो गर्मी है
तबियत बिगड़ी है ,बुखार है,तो गर्मी है
राजनीती में चहल पहल है,तो गर्मी है
पद है ,बंगला हैकि महल है ,तो गर्मी है
गर्मी कई तरह की होती, बहुत गरम है
नियम गणित का ,दो ऋण मिल कर होते धन है
पर गर्मी की बीजगणित उलटी होती है
दो गर्मी के मिलने पर सर्दी होती है
मई जून का मौसम बड़ा गरम होता है
धनवानों का पॉकेट बड़ा गरम होता है
लेकिन जब ये दोनों गर्मी मिल जाती है
तो हिलस्टेशन पर जाकर गर्मी आती है
जब सर्दी होती तो कांप कांप हम जाते
गर्म दो बदन,जब आपस में है टकराते
अधर कांपते ,अंग अंग में होती सिहरन
ये सब तो,सर्दी वाले ही होते लक्षण
गर्म खून वाले ,दो ,लड़ते खेल खेल में
एक वहीँ ठंडा पड़ता है ,एक जेल में
एक राज़ की बात आपको हम बतलाये
जब सर्दी आने को हो ,दीवाली आये
आने वाली सर्दी सर्दी से हम सब डरते है
इसीलिए तो लक्ष्मी की पूजा करते है
हे लक्ष्मी मैया! तू साथ हमारे रहना
गर्म तिजोरी,पॉकेट हरदम करती रहना
पॉकेट हो यदि गरम ,सभी कुछ गरम गरम है
सर्दी आये पास ,कहाँ सर्दी में दम है
हीटर,शाल,रजाई,सूट,स्वेटर ,कार्डिगन
पॉकेट गरम,बराबर उसको सारे मौसम
और गर्मी आने के पहले आती होली
मस्ती,मौज,शरारत,होती हंसी ,ठिठोली
ऋतू बसंती होती ही है यूं मदमाती
की गर्मी आने के पहले गर्मी आती
वेतन जीवी लोगों का मौसम बेदर्दी
एक तारीख को गर्मी और तीस को सर्दी
ऊपर वाले अफसर बहुत गरम होते है
तब ही केबिन एयर कंडीशन होते है
ये भी देखा है,कुछ लोग सख्त होते है
लेकिन उनके चमचे बड़े भक्त होते है
गर्मी का नरमी से नजदीकी नाता है
गर्मी पाकर के फौलाद पिघल जाता है
सही जगह पर सही किसम की गर्मी देना
जब तक अंडे न निकले,अण्डों को सेना
जिसको हो ये ज्ञान,सफलता वो पाता है
धीरे धीरे बड़ा आदमी बन जाता है
तो यह सच है ,गर्मी सबके मन भाती है
गर्मी की गरिमा है ,सबको गरमाती है
गर्म जलेबी,गर्म समोसे ,गर्म पकोड़ी
गरम गरम गाजर का हलवा,गर्म कचोडी
गर्म चाय हो,कोफ़ी या आलू की टिकिया
गर्म चीज सब खाने में लगती है बढ़िया
गर्म देश के लोग भला हम गर्म न होंगे
जाने अब तक ये गर्मी के मर्म न होंगे
इसीलिए तुम छोडो सारी शर्मा शर्मी
मजा उठाओ गर्मी का ,जब तक है गर्मी
मदन मोहन बहेती 'घोटू'
नोयडा उ.प्र