जो सबकी बड़ी दुलारी थी
हम भी बहन की प्यारी थी
धार्मिक थी ,पर उपकारी थी
वह बहन हमारी चली गयी
थी समझदार,सुलझे विचार
सबके प्रति मन में भरा प्यार
पाये थे अच्छे संस्कार
वह बहन हमारी चली गयी
जिसने पग पग संघर्ष किया
पूरा जीवन आदर्श जिया
ऊंचे पद पर उत्कर्ष किया
वह बहन हमारी चली गयी
जनसेवा का व्रत था मन में
थी भरी हुई ऊर्जा तन में
थी सदा यशस्वी जीवन में
वह बहन हमारी चली गयी
सामाजिक जीवन रहा सदा
चेहरा रहता मुस्कान लदा
हो गयी सदा के लिए बिदा
वह बहन हमारी चली गयी
प्रभु यही प्रार्थना,यही आस
निज चरणों में दे उसे वास
वो पाये मोक्ष का दिव्य प्रकाश
वह बहन हमारी चली गयी
मदन मोहन बाहेती घोटू
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