हम जन्मदिन मनाएं
जीवन के बचे कुछ दिन
चल रहा प्रहर अंतिम
सर पर सफेदी छाई
देता है कम दिखाई
सुनते हैं थोड़ा ऊंचा
जर्जर है तन समूचा
हालात दिल की खस्ता
हाथों में ले गुलदस्ता
क्यों ना मिठाई खाएं
हम जन्मदिन मनाएं
थोड़ा बचा है ईंधन
गाड़ी चलेगी कुछ दिन
फिर भी रहें चलाते
और रह कर मुस्कुराते
हम केक भी काटेंगे
और सबको ही बाटेंगे
जब तक है जिंदा थोड़े
जिंदादिली ना छोड़े
सबको गले लगाएं
हम जन्मदिन मनाएं
जीवन की आपाधापी
कर लिया काम काफी
मस्ती का आया मौसम
आराम कर रहे हम
आए हैं ऐसे दिन अब
अपनी कमाई दौलत
अपने पर करें खर्चा
चारों तरफ हो चर्चा
खुशियों के नाच गाएं
हम जन्मदिन मनाएं
यारों के साथ मिलके
करें शौक पूरे दिल के
रंगीन यह खुदाई
ईश्वर ने है बनाई
दुनिया की सैर कर ले
खुशियों का ढेर भर ले
अरमान सब अधूरे
जल्दी से कर ले पूरे
मस्ती से पियें खायें
हम जन्मदिन मनायें
मदन मोहन बाहेती घोटू
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