यूं बीत गया बस जन्मदिवस
हम ख़ुशी मनाते भूल गए ,घट गयी उमर है एक बरस
यूं बीत गया बस जन्मदिवस
कुछ मित्र ,सगे और सम्बन्धी ,जतलाने आये हमें प्यार
कुछ पुष्पगुच्छ लेकर आये ,कुछ लेकर आये उपहार
कुछ 'व्हाटस एप 'सन्देश मिले ,मेसेज मिले मोबाईल पर
लम्बी हो उम्र ,सुखी जीवन ,और खुशियां बरसे जीवन भर
फिर' केक' कटी,गाने गाये,और हुयी पार्टी,खान पान
यह चला सिलसिला बहुत देर,तन अलसाया ,आयी थकान
उपहार प्यार का हमें दिया ,पत्नी ने खुश हो विहंस ,विहंस
सारा दिन गुजरा मस्ती में ,अगले दिन से फिर जस के तस
यूं बीत गया बस जन्म दिवस
मदन मोहन बाहेती'घोटू'
हम ख़ुशी मनाते भूल गए ,घट गयी उमर है एक बरस
यूं बीत गया बस जन्मदिवस
कुछ मित्र ,सगे और सम्बन्धी ,जतलाने आये हमें प्यार
कुछ पुष्पगुच्छ लेकर आये ,कुछ लेकर आये उपहार
कुछ 'व्हाटस एप 'सन्देश मिले ,मेसेज मिले मोबाईल पर
लम्बी हो उम्र ,सुखी जीवन ,और खुशियां बरसे जीवन भर
फिर' केक' कटी,गाने गाये,और हुयी पार्टी,खान पान
यह चला सिलसिला बहुत देर,तन अलसाया ,आयी थकान
उपहार प्यार का हमें दिया ,पत्नी ने खुश हो विहंस ,विहंस
सारा दिन गुजरा मस्ती में ,अगले दिन से फिर जस के तस
यूं बीत गया बस जन्म दिवस
मदन मोहन बाहेती'घोटू'