दो सवैये -रसखान की तर्ज पर
१ (धूल भरे अति शोभित श्यामजू---)
घर बैठे अति शोभित साहबजी ,काम न काज ,करावे सेवा
ब्रेकफास्ट,लंच डिनर चाहिये ,चाय के साथ में गरम कलेवा
पल भर भी न जिन्हे फुरसत थी ,फुरसत में अब रहत सदैवा
आपके भाग जो पी संग रंग में ,दीनो है रंग कोरोना देवा
२ (गावे गुनी,गनिका ,गंधर्व ------)
आई सुनी एक नयी बिमारी ,चीन से आ जो सभी सतावे
दिन दूनी और रात चौगुनी ,फ़ैल रही ,काबू नहीं आवे
रोवत सभी कोरोना को रोना ,कोई इलाज समझ नहीं पावे
तासे चौदह दिन ,क्वेलेन्टाइन ,करवा कर ,सरकार बचावे
घोटू
१ (धूल भरे अति शोभित श्यामजू---)
घर बैठे अति शोभित साहबजी ,काम न काज ,करावे सेवा
ब्रेकफास्ट,लंच डिनर चाहिये ,चाय के साथ में गरम कलेवा
पल भर भी न जिन्हे फुरसत थी ,फुरसत में अब रहत सदैवा
आपके भाग जो पी संग रंग में ,दीनो है रंग कोरोना देवा
२ (गावे गुनी,गनिका ,गंधर्व ------)
आई सुनी एक नयी बिमारी ,चीन से आ जो सभी सतावे
दिन दूनी और रात चौगुनी ,फ़ैल रही ,काबू नहीं आवे
रोवत सभी कोरोना को रोना ,कोई इलाज समझ नहीं पावे
तासे चौदह दिन ,क्वेलेन्टाइन ,करवा कर ,सरकार बचावे
घोटू