भजन
मुझे जब भी उठाना भगवान, स्वर्ग में ले जाना
मेरे मुख हो तेरा नाम ,स्वर्ग में ले जाना
मुझे जब भी उठाना भगवान, स्वर्ग में ले जाना
भक्ति भाव से मैं जीवन में
डूबा रहा भजन कीर्तन में
मैंने हर दिन सांझ सवेरे
गायें हैं भगवन गुण तेरे
किए दर्शन चारों धाम ,स्वर्ग में ले जाना
मुझे जब भी उठाना भगवान, स्वर्ग में ले जाना
दुख ना दिया किसी को भगवन
सत्कर्मों से जिया जीवन
दीन दुखी की सेवा कर कर
आशिशों से झोली भरकर
नहीं किया बुरा कोई काम, स्वर्ग में ले जाना
मुझे जब भी उठाना भगवान, स्वर्ग में ले जाना
चौरासी योनी का चक्कर
मुझको मुक्त कराना ईश्वर
पार बेतरणी करवा देना
मुझको मोक्ष दिला तू देना
तुझे कोटि-कोटि प्रणाम, स्वर्ग में ले जाना
मुझे जब भी उठाना भगवान, स्वर्ग में ले जाना
मदन मोहन बाहेती घोटू