तुम जंक फूड को ना बोलो
खाओगे ज्यादा तला भुना
मीठा गरिष्ठ अवगुणकारी
चर्बी तन पर चढ़ जाएगी
फूलेगी काया तुम्हारी
इसलिए बहुत आवश्यक है
तुम जंक फूड को ना बोलो
हर सुबह शाम थोड़ा घूमो
बैठे न रहो , हालो डोलो
अच्छा लगता हो जिव्हा को
चाहे मन के माफिक रहे
पर त्याग करो उस खाने का
जो सेहत को ना ठीक रहे
मौसम के मुताबिक खान-पान
करना ही सदा उचित होता
होता है जो सुपाच्य भोजन
जब सादा और संतुलित होता
यह जिव्हा बड़ी चटोरी है
इस पर लगाम है आवश्यक
मीठा न खाए,लेकिन मीठा,
बोले कोशिश करो भरसक
मनभावन हो और गुणकारी
वह खाना खाने मुंह खोलो
इसलिए बहुत आवश्यक है
तुम जंक फूड को ना बोलो
मदन मोहन बाहेती घोटू