मै एक सोशल वर्कर हूँ
समाज की सेवा करना मेरा' पेशन' है
आज की हाई सोसायटी में ये ही फेशन है
गरीब बच्चों को पढाना,
ब्लड डोनेशन केम्प लगवाना,
अनाथालय में खाना और कपडे बटवाना,
और ये सब करते हुए फोटो खिंचवाना,
ये सब अब मेरी दिनचर्या बन गया है,
मुझे समाजसेवा का नशा चढ़ गया है
और ये सिलसिला एसा चलता है
कि मै इतनी व्यस्त हो जाती हूँ,
कि मुझे अपने बूढ़े बीमार सास ससुर की,
खबर लेने का भी टाइम नहीं मिलता है
वो तो घर के है,उनकी क्या चिंता करना
मुझे तो है समाज की सेवा करना,
जिसके लिए मै हमेशा तत्पर हूँ
हाँ,मै एक सोशल वर्कर हूँ
मदन मोहन बहेती 'घोटू'
समाज की सेवा करना मेरा' पेशन' है
आज की हाई सोसायटी में ये ही फेशन है
गरीब बच्चों को पढाना,
ब्लड डोनेशन केम्प लगवाना,
अनाथालय में खाना और कपडे बटवाना,
और ये सब करते हुए फोटो खिंचवाना,
ये सब अब मेरी दिनचर्या बन गया है,
मुझे समाजसेवा का नशा चढ़ गया है
और ये सिलसिला एसा चलता है
कि मै इतनी व्यस्त हो जाती हूँ,
कि मुझे अपने बूढ़े बीमार सास ससुर की,
खबर लेने का भी टाइम नहीं मिलता है
वो तो घर के है,उनकी क्या चिंता करना
मुझे तो है समाज की सेवा करना,
जिसके लिए मै हमेशा तत्पर हूँ
हाँ,मै एक सोशल वर्कर हूँ
मदन मोहन बहेती 'घोटू'