अहंकार के मारे लोग
कुछ लोग बेचारे
आत्म बोधित 'वी आई पी स्टेटस 'के मारे
हर कार्यक्रम में देर से आते है
उन्हें लगता है ऐसा करने से,
वो सबकी अटेन्शन पाते है
उन्होंने अपने मन में,
एक 'सुपीरियरिटी कॉम्प्लेक्स 'पाल रखा है
खुद को अहंकार के सांचे में ढाल रखा है
लोगो का ध्यान अपनी तरफ खींचने ,
कभी वो पैसा पानी की तरह बहाते है
कभी अपना बाहुबलीपना दिखलाते है
पर किसको किसकी परवाह है
अपने घर में हर कोई शहंशाह है
घोटू