मिले है ऐसे प्रीतमजी
बताएं क्या तुम्हे हम जी
मिले है ऐसे प्रीतम जी
पड़े रहते है ये घर पर
करें ना काम रत्ती भर
कभी ये लाओ,वो लाओ,
चलाते हुक्महै दिन भर
तंग हो जाते है हम जी
मिले है ऐसे प्रीतम जी
दिखाते है कभी पिक्चर
कराते है डिनर बाहर
तबियत के रंगीले है,
सताते है हमें जी भर
नहीं कोई से है कम जी
मिले है ऐसे प्रीतम जी
प्यार पर जब दिखाते है
बनाते खूब बातें है
रात को करते है वादे,
सवेरे भूल जाते है
निकला करते है दम जी
मिले है ऐसे प्रीतम जी
मदन मोहन बाहेती'घोटू'
बताएं क्या तुम्हे हम जी
मिले है ऐसे प्रीतम जी
पड़े रहते है ये घर पर
करें ना काम रत्ती भर
कभी ये लाओ,वो लाओ,
चलाते हुक्महै दिन भर
तंग हो जाते है हम जी
मिले है ऐसे प्रीतम जी
दिखाते है कभी पिक्चर
कराते है डिनर बाहर
तबियत के रंगीले है,
सताते है हमें जी भर
नहीं कोई से है कम जी
मिले है ऐसे प्रीतम जी
प्यार पर जब दिखाते है
बनाते खूब बातें है
रात को करते है वादे,
सवेरे भूल जाते है
निकला करते है दम जी
मिले है ऐसे प्रीतम जी
मदन मोहन बाहेती'घोटू'