Friday, May 15, 2020

इतना ख्याल रखो -एक सवैया

हाथ धोवो बार बार ,हाथ धो के पर यार ,
किसी के पीछे न पड़ो ,ये ही मेरी राय है
दूरियाँ बना के रखो ,तन रहे दूर दूर ,
दिलों में न दूरियां हो  ,बड़ा तड़फाय है
हाथ न मिलाओ भले दूर से नमस्ते करो ,
प्यार है पनपता जब दिल मिल जाय है
कोरोना के काल में तुम इतना ख़याल रखो ,
'घोटू 'कवि बात ये ,कहत समझाय  है

घोटू  
बिन सेलून सभी कुछ सूना

मर्दों के बढे बाल ,दाढ़ी का भी बुरा हाल ,
नाइ की दुकाने सारी  बंद पड़ी है
ब्यूटी के सेलून बंद ,रंगे न सँवारे केश ,
महिलाओं की कितनी ,मुश्किल बड़ी है
पतली धनुष जैसी ,भोंहे जो सुहानी सी थी ,
घास जैसी इत उत ,फैली बिगड़ी है
चिकनी सी टाँगे, बढे बाल हुई खुरदरी ,
और मूंछ रेख ,होंठ ऊपर उभरी है

घोटू  
मनुज बेचारो -एक सवैया

उड़ उड़ मख्खी फैलायो थो हैजा ,घर घर प्लेग चूहा फैलायो
मच्छर बड़ो शरारती निकल्यो ,चिकनगुनिया ,डेंगू लायो
स्वाइन फ्लू ,फैलायो सूअर ,कोरोना ,चमगादड़ को जायो
कीट ,जानवर लाये बिमारी ,मनुज बेचारो ,जाये है सतायो

घोटू 
कोरोना से बचो -दो छंद

तन में ताप ,गले  में पीड़ा ,और तुम्हे आती हो खांसी
सीधे डॉक्टर को दिखलाओ ,देर न इसमें  करो जरासी
लोगों से दूरी ,बना कर रखना ,वर्ना मुसीबत अच्छी खासी
एक से दूजे में ,दूजे से तीजे में ,फैले कोरोना सत्यानाशी

बांधलो गाँठ ,नहीं निकलेंगे ,बिन बांधे मुख मास्क सुहाना
कम से कम दो गज की दूरी,सबसे बनाना,कहीं भी हो जाना
धोना हाथ ,तुरंत घर आकर ,भीड़ से अपने को सदा बचाना
हाथ हमेशा हो सेनेटाइजर ,बंद करो बाहर जा खाना

घोटू