लूटो भी,लुट कर भी देखो
कुछ दुनियादारी ने लूटा ,
कुछ झूंठे सपनो ने लूटा
तुमने जिन पर प्यार लुटाया,
तुमको उन अपनों ने लूटा
मीठी मीठी बात बना कर,
लूटे हमे जमाना सगला
फिर भी ख़ुशी ख़ुशी लुटते है,
लोग समझते हमको पगला
अरे लूटता तो वो ही है,
जिसके पास न कुछ होता है
और लुटता है वो ही जिसका ,
कि भण्डार भरा होता है
कभी किसी से प्यार करो तुम,
कभी किसी पर लुट कर देखो
लुटने की अपनी मस्ती है,
कभी किसी पर मर मिट देखो
लुटने में आनंद बहुत है
कभी समर्पित हो क र देखो
मन में सच्चे भाव लिए तुम,
अपना सब कुछ खोकर देखो
तुम जो कुछ खोवोगे उसका,
तुम्हे कई गुणा मिल जाएगा
मन की उलझन सुलझ जाएगी ,
पुष्प प्यार का खिल जाएगा
अगर लूटना है तो लूटो,
राम नाम की लूट मची है
लूटो नाम और यश लूटो,
थोड़ी सी तो उमर बची है
लुटने और लूटने में बस ,
एक मात्रा का है अन्तर
अगर लुटोगे सच्चे मन से ,
सुख लूटोगे तुम जीवन भर
मदन मोहन बाहेती'घोटू'
कुछ दुनियादारी ने लूटा ,
कुछ झूंठे सपनो ने लूटा
तुमने जिन पर प्यार लुटाया,
तुमको उन अपनों ने लूटा
मीठी मीठी बात बना कर,
लूटे हमे जमाना सगला
फिर भी ख़ुशी ख़ुशी लुटते है,
लोग समझते हमको पगला
अरे लूटता तो वो ही है,
जिसके पास न कुछ होता है
और लुटता है वो ही जिसका ,
कि भण्डार भरा होता है
कभी किसी से प्यार करो तुम,
कभी किसी पर लुट कर देखो
लुटने की अपनी मस्ती है,
कभी किसी पर मर मिट देखो
लुटने में आनंद बहुत है
कभी समर्पित हो क र देखो
मन में सच्चे भाव लिए तुम,
अपना सब कुछ खोकर देखो
तुम जो कुछ खोवोगे उसका,
तुम्हे कई गुणा मिल जाएगा
मन की उलझन सुलझ जाएगी ,
पुष्प प्यार का खिल जाएगा
अगर लूटना है तो लूटो,
राम नाम की लूट मची है
लूटो नाम और यश लूटो,
थोड़ी सी तो उमर बची है
लुटने और लूटने में बस ,
एक मात्रा का है अन्तर
अगर लुटोगे सच्चे मन से ,
सुख लूटोगे तुम जीवन भर
मदन मोहन बाहेती'घोटू'