Tuesday, September 16, 2014

सच्चा मिलन

        सच्चा मिलन

किलकारी जब भरता ,नन्हा प्यारा  बच्चा ,
         ममता से गोदी में उसको हम भर लेते
मिलते है जब दोस्त पुराने ,दिनों बाद तो ,
           उसकी झप्पी लेते,बाहों में भर लेते 
कोई अपना मिले ,गले उसके लग कर हम,
      काँधे से चिपकाते,अपनापन होता है
किन्तु प्रेम में पागलप्रेमी है जब मिलते,
    बाहुपाश में  बंधते ,वही मिलन होता है

घोटू

चुम्बन

              चुम्बन

कोई बच्चा अगर तुम्हे लगता है प्यारा ,
      तो गोदी में लेकर उसके गाल चूमना
कोई अच्छा लिखता उसकी कलम चूमना ,
    अच्छा कोई पकाता   उसके हाथ चूमना
जो मेहनत करते है चूमे उन्हें सफलता ,
    ये सबके सब ,होते है एकतरफा  चुम्बन
किन्तु मिलन में ,प्रेमीद्वय के लब जब मिलते,
   पागल से रसपान करें,वो सच्चा चुम्बन

घोटू 

वो नरेंदर -ये नरेन्दर

        वो नरेंदर -ये नरेन्दर

था एक नरेंदर ,शिकागो ,जाकर के जिसने दिया ज्ञान
उस तेजोमय तपस्वी का ,छा गया ,विवेकानंद  नाम
भगवां वस्त्रों में सजा हुआ ,माथे पर बांधा था साफा
होगया अमरिका मन्त्रमुग्ध,लख उसके चेहरे की आभा
एक ये नरेंद्र है भारत का ,हर जगह बढ़ा जो रहा मान
छा गया वहां ,ये जहाँ गया ,नेपाल भले हो या जापान
अमरीका में भी इसका जादू ,सर पर चढ़ कर बोलेगा
जब बहा प्यार की गंगा ,सबके मन की गांठे खोलेगा
भारत की शान बढ़ाएगा ,भारत का डंका गूंजेगा
अमरीका में 'मोदी मोदी 'का नारा हर घर गूंजेगा

मदन मोहन बाहेती 'घोटू'

नज़रे इनायत

           नज़रे इनायत

तुम जो भी करो ,है मुनासिब तुम्हे ,
         हम जो भी करें,हम कसूरवार  है
है हमारी खता,सिर्फ इतनी ही बस,
         चाहते है तुम्हे ,करते हम  प्यार है
जो तुम्हारी रजा,वो हमारी रजा ,
         ना तुम्हारी,हमारा भी  इंकार है
ऐसे आशिक़ कहीं भी मिलेंगे नहीं ,
        जो कि होने को कुर्बान ,तैयार है
आप नज़रें उठा कर ,हमें देखती ,
       चाँद का हमको हो जाता ,दीदार है
होगी नज़रे इनायत कभी हम पे भी,
       आएगा वो भी दिन हमको इन्तजार है

मदन मोहन बाहेती'घोटू'

मोदी का मेंजिक

              मोदी का मेंजिक

कल तक जिनको अपने घर में ,घुसने से था इंकार  जिन्हे  ,
                   वो  इन्तजार में उनके ही ,अब  पलक बिछाए बैठे है
हम भी वो ही,वो भी वो ही,पर जब से उन पर हुस्न चढ़ा,
                  उनसे मिलने की होड़ मची,सब नज़र  गड़ाये  बैठे  है
उनके चर्चे इस कदर छा रहे है पूरी दुनिया भर में,
                   सब उनसे मिल कर समझौते की आस लगाए बैठे है
नेपाल फ़िदा,जापान फ़िदा ,आ रहा चीन खुद मिलने को,
                   अपने  प्यारे मीदी जी  यूं , दुनिया पर छाये  बैठे है

मदन मोहन बाहेती'घोटू'