पुरानी बातें
क्या आपने ऐसा मस्ती भरा बचपन जिया है
नमक मिर्च लगा कर ठंडी रोटी खायी है
और हाथों की ओक से पानी पिया है
बरसात में ,कागज की नाव को ,
पानी में तेरा कर,उसके पीछे दौड़े है
पेड़ों पर चढ़ कर ,कच्ची इमलियाँ ,
या पके हुए जामुन तोड़े है
क्या आपने कच्चे आम या शरीफे ,
तोड़ कर पाल में पकाये है
खेतों से चुरा कर ,गन्ने चूस कर खाये है
कंचे खेले है ,लट्टू घुमाये है
गिल्ली डंडे खेल के मजे उठाये है
मैदानों में या छत पर ,
पतंगों के पेंच लड़ाने का मज़ा लिया है
क्या आपने कभी ऐसा मस्ती भरा जीवन जिया है
क्या आपने एक या दो पैसे में ,
पानी की रंगीन कुल्फी खायी है
क्या चूरनवाले ने ,आपकी चूर्ण की पुड़िया पर ,
एक तीली से छूकर ,आग लगाई है
क्या आपने सिनेमा देखने के बाद ,
बाहर निकलते समय ,एक आने में ,
फिल्म के गानों की किताब खरीदी है
क्या कभी अपने किसी रिश्तेदार से ,
जाते समय एक रूपये का नोट पाने पर ,
आपने गर्व से महसूस की रईसी है
क्या आपको पता है कि केरोसिन को ,
मिट्टी का तेल क्यों कहते है जब कि ,
मिट्टी से कभी भी तेल निकल नहीं पाता
क्या आप जानते है कि माचिस को दियासलाई
और उससे पहले 'आगपेटी 'था कहा जाता
क्या आप उँगलियों के बीच पेन्सिल दबा कर ,
मास्टरजी के हाथों मार खाये है
या शैतानी करने पर ,क्लास में मुर्गे बन कर ,
या पिछली बेंच पर खड़े हो ,ढीठ से मुस्काये है
क्या आपने गाय के थनो से,
निकलती हुई धार का उष्म दूध पिया है
क्या कभी आपने ,ऐसा मस्ती भरा बचपन जिया है
मदन मोहन बाहेती'घोटू '
क्या आपने ऐसा मस्ती भरा बचपन जिया है
नमक मिर्च लगा कर ठंडी रोटी खायी है
और हाथों की ओक से पानी पिया है
बरसात में ,कागज की नाव को ,
पानी में तेरा कर,उसके पीछे दौड़े है
पेड़ों पर चढ़ कर ,कच्ची इमलियाँ ,
या पके हुए जामुन तोड़े है
क्या आपने कच्चे आम या शरीफे ,
तोड़ कर पाल में पकाये है
खेतों से चुरा कर ,गन्ने चूस कर खाये है
कंचे खेले है ,लट्टू घुमाये है
गिल्ली डंडे खेल के मजे उठाये है
मैदानों में या छत पर ,
पतंगों के पेंच लड़ाने का मज़ा लिया है
क्या आपने कभी ऐसा मस्ती भरा जीवन जिया है
क्या आपने एक या दो पैसे में ,
पानी की रंगीन कुल्फी खायी है
क्या चूरनवाले ने ,आपकी चूर्ण की पुड़िया पर ,
एक तीली से छूकर ,आग लगाई है
क्या आपने सिनेमा देखने के बाद ,
बाहर निकलते समय ,एक आने में ,
फिल्म के गानों की किताब खरीदी है
क्या कभी अपने किसी रिश्तेदार से ,
जाते समय एक रूपये का नोट पाने पर ,
आपने गर्व से महसूस की रईसी है
क्या आपको पता है कि केरोसिन को ,
मिट्टी का तेल क्यों कहते है जब कि ,
मिट्टी से कभी भी तेल निकल नहीं पाता
क्या आप जानते है कि माचिस को दियासलाई
और उससे पहले 'आगपेटी 'था कहा जाता
क्या आप उँगलियों के बीच पेन्सिल दबा कर ,
मास्टरजी के हाथों मार खाये है
या शैतानी करने पर ,क्लास में मुर्गे बन कर ,
या पिछली बेंच पर खड़े हो ,ढीठ से मुस्काये है
क्या आपने गाय के थनो से,
निकलती हुई धार का उष्म दूध पिया है
क्या कभी आपने ,ऐसा मस्ती भरा बचपन जिया है
मदन मोहन बाहेती'घोटू '