तूफ़ान के बाद
जब कभी तूफ़ान आता है तो अक्सर ,
होता मौसम दूसरे दिन खुशनुमा है
आग की जब भी तपिश में तपा करता ,
रूप कुंदन का निखरता दस गुना है
जिंदगी का फलसफा इतना है केवल
आज गम है तो खुशी फिर आएगी कल
आदमी फिर भी न जाने क्यों हमेशा
चिंताओं में डूब कर , रहता परेशां
रात है तो कल सुबह भी आएगी ही
दुखी है जो जिंदगी ,मुस्काएगी ही
निराशा के, घिरे सब बादल छटेंगे
राह की बाधा ,सभी कांटे हटेंगे
लगन से जो चलोगे ,होगी न मुश्किल
मिलेगी निश्चित ,तुम्हारी तुम्हे मंजिल
हक़ीक़त बन सामने आ जाएगा वो,
कोई भी सपना अगर तुमने बुना है
जब कभी तूफ़ान आता है तो अक्सर ,
होता मौसम ,दुसरे दिन खुशनुमा है
मदन मोहन बाहेती'घोटू'
जब कभी तूफ़ान आता है तो अक्सर ,
होता मौसम दूसरे दिन खुशनुमा है
आग की जब भी तपिश में तपा करता ,
रूप कुंदन का निखरता दस गुना है
जिंदगी का फलसफा इतना है केवल
आज गम है तो खुशी फिर आएगी कल
आदमी फिर भी न जाने क्यों हमेशा
चिंताओं में डूब कर , रहता परेशां
रात है तो कल सुबह भी आएगी ही
दुखी है जो जिंदगी ,मुस्काएगी ही
निराशा के, घिरे सब बादल छटेंगे
राह की बाधा ,सभी कांटे हटेंगे
लगन से जो चलोगे ,होगी न मुश्किल
मिलेगी निश्चित ,तुम्हारी तुम्हे मंजिल
हक़ीक़त बन सामने आ जाएगा वो,
कोई भी सपना अगर तुमने बुना है
जब कभी तूफ़ान आता है तो अक्सर ,
होता मौसम ,दुसरे दिन खुशनुमा है
मदन मोहन बाहेती'घोटू'