दामाद का दर्द
अपनी पत्नी से परेशान
एक शादीशुदा नौजवान
जब अपनी पत्नी की ज्यादतियों को,
झेल नहीं पाया
तो अपने ससुर के पास जाकर,
अपना दुखड़ा रोते हुये गिड़गिड़ाया
ससुरजी ,आपने भी बनाया है क्या आइटम
जो मेरा ही सर खाती रहती है हरदम
छोटी छोटी बात पर झगड़ती रहती है
मेरे माबाप से लड़ती रहती है
घर को परेशानियों से भर दिया है
मेरा जीना दूभर कर दिया है
हो गया मेरा बड़ा गर्क है
मेरा जीवन बन गया नर्क है
आप प्लीज ,अपनी बेटी को समझाओ ,
और दे दो थोड़ा ज्ञान
मुझे चैन से जीने दे ,ना करे परेशान
जमाई की बात सुन कर ,
ससुरजी सेंटीमेंटल होने लगे
और दामाद के आगे ,
अपना दुखड़ा रोने लगे
बोले बेटा ,मै तेरा दर्द समझ सकता हूँ
क्योंकि मै भी इसी पीड़ा में जलता हूँ
मुझे तेरी पीड़ाओं का ज्ञान है
क्योंकि जिस कपडे के टुकड़े तू परेशान है
पिछले कई वर्षों से मेरे पास ,
उस कपडे का पूरे का पूरा थान है
अब जैसे भी है,काम चलाले
जैसे मैंने निभाई है ,तू भी निभाले
मदन मोहन बाहेती'घोटू'