Sunday, May 18, 2014

मैया मोरी ,मोदी बहुत सतायो

           घोटू के पद

 मैया मोरी ,मोदी बहुत सतायो
मोसे कहत ,अभी  बालक हूँ, मैं इटली को जायो
शहजादा,शहजादा कह कर,खूब मजाक  उड़ायो
रैली की रेला पेली में, जगह जगह भटकायो
गाँव गाँव पैदल ही घूम्यो,और दलित घर खायो
मनमोहन को बिल भी फाड़यो ,नाटक खूब दिखायो
राजा बनू चाह थी तेरी ,पर मौको नहीं आयो
अबकी बार मोहे जनता ने ,सस्ते में  निपटायो
वरमाला के बदले मोहे ,हार को हार पहरायो
बाबा कह तेरे चमचों ने ,बाबा मोहे बनायो
अब  मोरी शादी करवा दे,बहुत ही नाच नचायो

घोटू   

यार तुम बिछड़ गए

          मेरे प्रिय सखा,चिंतक ,मार्गदर्शक ,सत्पुरुष
  परमादरणीय श्री हरनारायण गोगिया की पावन स्मृती में  

              यार तुम बिछड़ गए

ओ यारों के यार ,यार तुम बिछड़ गए
मेरा कर सूना संसार यार तुम किधर गए
हमने तुमने थी गुंथी प्रेम की जो माला ,
उस माला के तुम फूल ,अचानक  बिखर गए
कर कितनो का उपकार ,यार तुम बिछड़ गए
ओ  यारों  के  यार, यार  तुम  बिछड़  गए
हमने तुमने मिल कर आपस में संग संग ,
घूमा सारा संसार  ,यार  तुम बिछड़ गए
पर कर बैतरणी पार,यार तुम बिछड़ गए
ओ  यारों के  यार  ,यार तुम   बिछड  गए
सबसे हिलमिल प्यार लुटाया जिस दिल से,
दे गया दगा दिलदार  ,यार तुम किधर  गए
कर सबसे सद्व्यवहार ,यार तुम बिछड़ गए
ओ  यारों के  यार, यार तुम   बिछड़     गए    
हर  बार  चमन में फूल न ऐसा खिलता  है ,
करके सूना गुलजार , यार तुम बिछड़ गए
हो गयी उदास  बहार ,यार तुम बिछड़ गए
ओ  यारों  के यार, यार  तुम बिछड़   गए

मदन मोहन बाहेती 'घोटू'