फंसा बुकी जाल में हूँ,खिलाड़ी कमाल मै हूँ,
पिच पे की घिचपिच ,घोटाला विराट है
हरे हरे फील्ड पर ,कमाने को हरे नोट ,
हारने को किये फिक्स ,थोड़े स्पॉट है
फेंक कर के नो बाल ,रन दो तो मिले माल,
एक ही पारी में ऐसे , रन दिए आठ है
धन का अनंत खेल ,श्री और संत मेल,
अंत में मिले है जेल, खोये ठाठबाट है
घोटू
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