Friday, March 21, 2014

फाइव स्टार डिनर

         फाइव स्टार डिनर

जा फाइव स्टार में ,खरचो तीन हज़ार
फिर भी खाते तुम वही ,लूखी रोटी,दाल
लूखी रोटी,दाल,खरच कर इतना पैसा
फिर भी स्वाद नहीं मिल पाता घर के जैसा
वोही भिन्डी और वोही बेंगन का भड़ता 
खाली होती जेब पेट मुश्किल से भरता

मदन मोहन बाहेती'घोटू'

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