महाराष्ट्र का महाभारत
१
एक तरफ तो पहुँच गया है,यान हमारा मंगल में
एक तरफ हम उलझ रहे हैं,महाराष्ट्र के दंगल में
पदलिप्सा ,अच्छे अच्छों की,मति भ्रस्ट कर देती है ,
और बिचारे फंस जाते है,विपदाओं के जंगल में
२
एक तरफ बेटा कहता है,पापाजी सी एम बनो,
और दूसरी तरफ भाई ही बढ़ कर राह रोकता है
साथ पुराने साथी का है जिस दिन से हमने छोड़ा,
अब तो जिसको मिलता मौका ,आकर हमें टोकता है
जब भी महत्वकांक्षाएं ,होती है हावी हक़ीक़त पर,
लेते लोग इस तरह निर्णय ,सुन कर हरेक चौंकता है
एकलव्य के तीर हमेशा ,उसका मुंह बंद कर देते,
जरुरत से ज्यादा बेमौके,जब भी कोई भोंकता है
'घोटू '
१
एक तरफ तो पहुँच गया है,यान हमारा मंगल में
एक तरफ हम उलझ रहे हैं,महाराष्ट्र के दंगल में
पदलिप्सा ,अच्छे अच्छों की,मति भ्रस्ट कर देती है ,
और बिचारे फंस जाते है,विपदाओं के जंगल में
२
एक तरफ बेटा कहता है,पापाजी सी एम बनो,
और दूसरी तरफ भाई ही बढ़ कर राह रोकता है
साथ पुराने साथी का है जिस दिन से हमने छोड़ा,
अब तो जिसको मिलता मौका ,आकर हमें टोकता है
जब भी महत्वकांक्षाएं ,होती है हावी हक़ीक़त पर,
लेते लोग इस तरह निर्णय ,सुन कर हरेक चौंकता है
एकलव्य के तीर हमेशा ,उसका मुंह बंद कर देते,
जरुरत से ज्यादा बेमौके,जब भी कोई भोंकता है
'घोटू '
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