गुरुपूर्णिमा -दो दोहे
१
ट्यूशन ,कोचिंग कर रहे ,कमा रहे है माल
पहले होते थे गुरु, पर अब गुरुघंटाल
२
शिक्षा कुछ देते नहीं,पैसे सिरफ़ कमाय
चेले गुड़ के गुड़ रहे ,गुरु शक्कर बन जाय
घोटू
१
ट्यूशन ,कोचिंग कर रहे ,कमा रहे है माल
पहले होते थे गुरु, पर अब गुरुघंटाल
२
शिक्षा कुछ देते नहीं,पैसे सिरफ़ कमाय
चेले गुड़ के गुड़ रहे ,गुरु शक्कर बन जाय
घोटू
No comments:
Post a Comment