मेरा क्या है?
मैंने जो भी किया ,तुम्हारे लिए किया है
मै तो,ऐसे ही जी लेता ,मेरा क्या है
मैं था फक्कड़ जीव,ठौर ना ,कोई ठिकाना
ऐसा हुआ प्यार में पागल ,मैं दीवाना
इतनी मन को भायी ,तुम्हारी सूरत प्यारी
फाकामस्ती छोड़ ,ओढ ली जिम्मेदारी
लाया जब से तुम्हे ,प्यार का बांधे बंधन
किया समर्पित,मैंने तुम पर निज तन मन धन
अगर सुखी हो तुम ,तो सुख पाउँगा मैं भी
तुम जो मुस्काओगी ,तो मुस्काउंगा मैं भी
सिमट गयी बस तुम में ही मेरी दुनिया है
मैं तो ऐसे ही जी लेता ,मेरा क्या है
ना ऊधो का लेना ना माधो देना
जी लेता मै ,यूं चबाकर ,चना ,चबैना
तुम फूलों सी नाजुक,प्यारी राजकुमारी
इसीलिये मैं ,हाजिर सेवा में तुम्हारी
हरदम पलक पालकी में ,मैं रखता तुमको
पल भर भी ,पीड़ा ना होने दूंगा तुमको
सुख के साधन ,सभी जुटाए ,तुम्हारे हित
ये नवरस ,पकवान,तुम्ही को सभी समर्पित
मेरा छोटा सा दिल ,आज बना दरिया है
मै तो ऐसे ही जी लेता ,मेरा क्या है
मदन मोहन बाहेती'घोटू'
मैंने जो भी किया ,तुम्हारे लिए किया है
मै तो,ऐसे ही जी लेता ,मेरा क्या है
मैं था फक्कड़ जीव,ठौर ना ,कोई ठिकाना
ऐसा हुआ प्यार में पागल ,मैं दीवाना
इतनी मन को भायी ,तुम्हारी सूरत प्यारी
फाकामस्ती छोड़ ,ओढ ली जिम्मेदारी
लाया जब से तुम्हे ,प्यार का बांधे बंधन
किया समर्पित,मैंने तुम पर निज तन मन धन
अगर सुखी हो तुम ,तो सुख पाउँगा मैं भी
तुम जो मुस्काओगी ,तो मुस्काउंगा मैं भी
सिमट गयी बस तुम में ही मेरी दुनिया है
मैं तो ऐसे ही जी लेता ,मेरा क्या है
ना ऊधो का लेना ना माधो देना
जी लेता मै ,यूं चबाकर ,चना ,चबैना
तुम फूलों सी नाजुक,प्यारी राजकुमारी
इसीलिये मैं ,हाजिर सेवा में तुम्हारी
हरदम पलक पालकी में ,मैं रखता तुमको
पल भर भी ,पीड़ा ना होने दूंगा तुमको
सुख के साधन ,सभी जुटाए ,तुम्हारे हित
ये नवरस ,पकवान,तुम्ही को सभी समर्पित
मेरा छोटा सा दिल ,आज बना दरिया है
मै तो ऐसे ही जी लेता ,मेरा क्या है
मदन मोहन बाहेती'घोटू'
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