सपने देखो
दिन में देखो,चाहे देखो रात में
मिलते है सपने यहाँ खैरात में
जी में आये ,उतने सपने देखिये ,
सपनो पर अब तक लगा ना टेक्स है
कभी भी मन में न डरना चाहिए
आदमी को वो ही करना चाहिए ,
जिससे उसको मिलती हो थोड़ी ख़ुशी,
रहता मन मष्तिस्क भी 'रिलेक्स' है
घोटू
No comments:
Post a Comment