सुख दुःख बाँटें
नहीं हमको सिर्फ मीठा सुहाता ,सिर्फ हम नमकीन खा सकते नहीं
मीठे और नमकीन का जब मेल हो,मज़ा आता खाने का ,तब ही सही
वैसे जीवन में किसी को सुख सिरफ ,और किसी को दुःख सिरफ मिलते रहे
रहे कोई मुश्किलों से जूझता ,फूल खुशियों के कहीं खिलते रहें
अपने सुख ,दुःख और समस्याएं सभी ,मीठे और नमकीन सी हम बाँटले
मुश्किलों के सारे दिन काट जायेंगें , जिंदगी का मज़ा मिल कर साथ लें
घोटू
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