रिमझिम और बाढ़
रिमझिम बरसती बूँदें,लगती है बड़ी सुहानी
लेकिन जब उग्र हो जाता है है ,वो ही पानी
और उसके सर पर ,जब खून चढ़ जाता है
तो वो मटमैला होकर ,बाढ़ का कहर ढाता है
ऐसी ही रिमझिम जैसा होता है पत्नी का प्यार
और गुस्सा,सहनशक्ति का बाँध तोड़ती ,बाढ़
घोटू
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