Monday, April 9, 2018

एक बातचीत जो जोधपुर सेन्ट्रल जेल में सुनी गयी 

तुम दो दिन आये ,छूट गये ,हम पांच साल से सड़ते है 
तूमने  भी लड़ा मुकदमा था ,और हम भी मुकदमा लड़ते है 
तुम्हारे कई प्रसंशक है,और भक्त हमारे  भी अगणित ,,
तुम अभिनता करते अभिनय ,हम साधू ,प्रवचन पढ़ते है 
तुम भी तो लगाते हो ठुमके ,और हम बी लगाते ठुमके है ,
तुम जाते छूट ,हमारे पर,सारे  ही  काम  बिगड़ते है 
तुम एक्शन हीरो रोमांटिक,हीरोइन के संग  इश्क करो ,
हम भक्तिन संग रोमांस करें ,सबकी आँखें क्यों गड़ते है 
तुम हो 'बीइंग हयूमन 'वाले ,हम 'लविंग वूमन 'के मतवाले ,
 कान्हा बन गोपी प्रेम करें ,सब दोष हमी पर मढ़ते है 
तुम भाई हो, हम बापू है ,तुम जवां ,हो गये हम बूढ़े,
पर बूढ़े बंदर भी तो ,पेड़ों की शाखाओं पर  चढ़ते   है 
एड़ी चोटी का जोर लगा ,हम आशाराम  निराश हुए ,
सलमान खान ,दो हमें ज्ञान ,हम पैर तुम्हारे पड़ते है 

घोटू 

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