चार पंक्तियाँ -५
उनकी हाँ में हाँ मिलाओ तुम सदा ,
बात हर एक पर बजाओ तालियां
अगर उनकी करी ये चमचागिरी ,
समझो आशीर्वाद उनका पा लिया
वो करे जो भी और जैसा भी करे ,
जरूरी, पुल तारीफों के बांधना
बात उनके मन मुताबिक ना करी ,
लगेंगे देने तुम्हे वो गालियां
घोटू
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