डांडिया
आओ
हम रहें मिलजुल कर
नहीं चलायें लाठियां ,एकदूजे पर
सोच बड़ी करें
लाठियां छोटी करे
क्योंकि छोटी होने पर लाठियां
बन जाती है डांडिया
और डांडिया का खेल
बढ़ाता है आपसी मेल
माँ दुर्गा का यही आदेश है
विजयदशमी का यही सन्देश है
मदन मोहन बाहेती 'घोटू '
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