प्यार बांटते चलो
ये नाज ओ नखरे,रूप अदा
अच्छे लगते है यदा कदा
हथियार जवानी वाले ये ,
जादू इनका ना चले सदा
पर यदि अच्छे हो संस्कार
मन में हो सेवाभाव ,प्यार
जीवन भर साथ निभायेंगे ,
और फैलाएंगे सदाचार
तुम त्यागो मन का अहंकार
सदगुण लाओ और सदविचार
ये पूँजी ख़तम नहीं होगी ,
तुम रहो बांटते ,बार बार
घोटू
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