मकई का भुट्टा और कॉर्न
जबसे मकई का भुट्टा ,
अमेरिकन कॉर्न बन गया है
गर्व से तन गया है
देसी मकई की धानी ,
अब 'पॉपकॉर्न 'बन कर इतराने लगी है
उसकी पौबारह हो गयी है क्योंकि ,
नयी जनरेशन भी उसे चाव से खाने लगी है
अमरीकन कॉर्न के दाने
हो गए है मोतियों से सुहाने
कभी रोस्ट कर ,कभी उबाल कर ,
मसाला मिला कर खाये जाते है
पिज़्ज़ा पर बिखराये जाते है
इन्ही से 'कॉर्न फ्लेक्स 'बनाया जाता है
जो की एक सेहतमंद नाश्ता कहलाता है
और तो और ,नए नए बोर्न
बेबी कॉर्न ,
भी मोहते सबका मन है
स्नेक्स और सब्जी के रूप में ,
सबका प्रिय भोजन है
मक्का की राबड़ी भी ,
अब विदेशी स्वाद के अनुरूप बन गयी है
वो अब स्वीटकॉर्न सूप बन गयी है
मकई का भुट्टा ,
कितने ही विदेशी रंग में रंग जाए मगर
अंगारों पर सेक ,नीबू नमक लगा कर
खाने का मज़ा ही कुछ और होता है
तृप्त मन का पौर पौर होता है
और मक्का की रोटी ,
सरसों के साग और गुड़ के साथ
देती है गजब का स्वाद
हम हिन्दुस्थानियों को इससे बड़ा प्यार है
इसके आगे अमेरिकन कॉर्न से बने ,
सब के सब व्यंजन बेकार है
मदन मोहन बाहेती 'घोटू '
No comments:
Post a Comment