धूप
कुछ गरम गरम सी धूप
कुछ नरम नरम सी धूप
कुछ बिखरी बिखरी धूप
कुछ निखरी निखरी धूप
कुछ तन सहलाती धूप
कुछ मन बहलाती धूप
कुछ छत पर छाती धूप
कुछ आती जाती धूप
कुछ जलती जलती धूप
कुछ ढलती ढलती धूप
कुछ चलती चलती धूप
कुछ यूं ही मचलती धूप
कुछ चुभती चुभती धूप
कुछ बुझती बुझती धूप
कुछ उगती उगती धूप
कुछ मन को रुचती धूप
कुछ सर पर चढ़ती धूप
कुछ पाँवों पड़ती धूप
कुछ आँखों गढ़ती धूप
कुछ रूकती ,बढ़ती धूप
कुछ रूपहरी सी धूप
कुछ सुनहरी सी धूप
कुछ दोपहरी सी धूप
तो कुछ ठहरी सी धूप
कुछ सुबह जागती धूप
कुछ द्वार लांघती धूप
खिड़की से झांकती धूप
संध्या को भागती धूप
कुछ शरमाती सी धूप
कुछ मदमाती सी धूप
कुछ गरमाती सी धूप
कुछ बदन तपाती धूप
कुछ भोली भोली धूप
कुछ रस में घोली धूप
सब की हमजोली धूप
करे आंखमिचोली धूप
कुछ केश सुखाती धूप
मुँगफलिया खाती धूप
कुछ मटर छिलाती धूप
कुछ गप्प लड़ाती धूप
कुछ थकी थकी सी धूप
कुछ पकी पकी सी धूप
कुछ छनी छनी सी धूप
कुछ लगे कुनकुनी धूप
कुछ खिली खिली सी धूप
मुश्किल से मिली सी धूप
कुछ चमकीली सी धूप
सत रंगीली धूप सी धूप
मदन मोहन बाहेती 'घोटू '
No comments:
Post a Comment