सुनिए सबकी ,करिए मन की
कुंजी यही सफल जीवन की
सुनिए सबकी, करिए मन की
परेशानियां हो या सुख दुख
रायचंद आ जाते सन्मुख
दे सलाह तुमको समझाते
जितने मुंह हैं,उतनी बातें
सबके अपने अपने अनुभव
पर लेना है तुमको निर्णय
आगा पीछा सभी देख के
अपनी बुद्धि और विवेक से
भला बुरा परिणाम सोच कर
निर्णय लेना होगा श्रेयकर
मन मस्तक में बना संतुलन
वही करो जो कहता है मन
सीमा में अपने साधन की
सुनिए सबकी ,करिए मन की
हमने यह देखा है अक्सर
असफल जो होते जीवन भर
वह बन जाते सलाहकार हैं
और उनमें हिम्मत अपार है
मुफ्त सलाह बांटते रहते
अपना समय काटते रहते
उनके चक्कर में मत पड़ना
ऐसे सलाहकार से बचना
वह जो कहते उनकी सुनिए
लेकिन सही रास्ता चुनिए
जो मन बोले ,माने मस्तक
निर्णय होगा वही सार्थक
कृपा दृष्टि होगी भगवन की
सुनिए सबकी ,करिए मन की
मदन मोहन बाहेती घोटू
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