भगवान से सीधी बात
भगवान मुझे तू बतला दे अब क्या है तेरे एजेंडे में
मेरी सारी अर्जी को तू, रख देता बस्ते ठंडे में
तू तो है सबका परमपिता ,और मैं भी तेरा बच्चा हूं
थोड़ा जिद्दी हूं नटखट हूं लेकिन मैं मन का सच्चा हूं
जो भी मेरी जरूरत होगी पापा से ही मनवाऊंगा
पीछे पड़ करके जिद अपनी, सारी पूरी करवाऊंगा
तुझको पूरा करना होगा
मेरी झोली भरना होगा
मैं नहीं आऊंगा कैसे भी आश्वासन के हथकंडे में
भगवान मुझे तू बतला दे अब क्या है तेरे एजंडे में
ना मेरे पास पता तेरा, ना ही है मोबाइल नंबर अपनी ईमेल आईडी दे ,फिर चैट करूंगा मैं जी भर
मैं सभी समस्या का अपनी, तुझसे निदान करवाऊंगा
और स्वीगी और जोमैटो से ,तुझ पर प्रसाद चढ़वाऊंगा
मैं डायरेक्ट अपनी मांगें
रख दूंगा सब तेरे आगे
विश्वास रहा ना अब मेरा तेरे पंडित या पंडे में भगवान मुझे तू बतला दे ,अब क्या है तेरे एजेंडे में
तेरी पूजा सेवा पानी ,करते यह जीवन गया गुजर
तूने सुख मुझको भी बहुत दिए और दुख भी बांटे रह रहकर
यह बचाकुचा जितना जीवन, हंसकर तू सुख से जीने दे
अब नहीं बीमारी कोई रहे ,मनचाहा खाने पीने दे
जपते जपते मैं राम नाम
आ पहुंचूं तेरे पुण्य धाम
बस दे देना तू मोक्ष मुझे, ना फंसू चौरासी फंदे में
भगवान मुझे तू बतला दे कि क्या है तेरे एजेंडे में
मदन मोहन बाहेती घोटू
No comments:
Post a Comment