राधा तू बड़भागिनी, कौन तपस्या कीन
तीन लोक तारण तरण
है तेरे आधीन
राधे राधे तेरे नाम ने, सबके कारज साधे
बोलो राधे राधे राधे ,बोलो राधे राधे राधे
राधे तू बरसाने वाली
सब पर सुख सरसाने वाली
तेरी सूरत प्यारी प्यारी
कान्हा के मन भाने वाली
अपनी प्यारी युगलछवि के
तू दर्शन करवा दे
बोलो राधे राधे राधे ,बोलो राधे राधे राधे
मेरे प्यारे कृष्ण मुरारी
मेरे गोवर्धन गिरधारी
ऐसी प्रीत लगाई तुझ पर
वो तो जाएं वारी वारी
मुग्ध हो गए,तेरे रूप ने
रक्खा उनका बांधे
बोलो राधे राधे राधे बोलो राधे राधे राधे
कान्हा बंसी मधुर बजाते
कान्हा तुझ पर प्यार लुटाते
जमुना तट पर, बंसी वट पर
तुझ संग रास रचाते
एक झलक उस महारास की
हमको भी दिखला दे
बोलो राधे राधे राधे ,बोलो राधे राधे राधे
कान्हा ऐसे भये दीवाने
प्रीत तेरे संग जोड़ी
राधे कृष्णा , राधे कृष्णा
अमर हो गई जोड़ी
हम भक्तों पर भी थोड़ी सी
किरपा तू बरसा दे
बोलो राधे राधे राधे
बोलो राधे राधे राधे
मदन मोहन बाहेती घोटू
No comments:
Post a Comment