आज मेरा जन्मदिन है
आज मेरा जन्मदिन है ,
आज मैं पैदा हुआ था
कोख से मां की निकल कर,
धरा को मैंने छुआ था
निकले थे मेरे गले से
सबसे पहले रुदन के स्वर
मैं था रोया,खुश हुई मां,
जिंदगी में प्रथम अवसर
मुझे चपटा, अपने सीने से
बहुत प्रमुदित हुई वो
सहला ममता भरे हाथों
से थी आनंदित हुई वो
आंख पहली बार खोली
माता का चेहरा दिखा था
मधु से मेरी जुबान पर
*ओम*पापा ने लिखा था
गोद में मुझको लिया था
और चूमा मेरा माथा
आज मेरा जन्मदिन है
आज मैं पैदा हुआ था
मां ने कांधे से लगाया ,
कभी गोदी में सुलाया
भूख लगती, जो मैं रोता
पान स्तन का कराया
झुलाती थी पालने में
लोरियां मुझको सुनाती
करता जब गीला बिछौना
सूखे में मुझको सुलाती
मां ने मुझको पालने में
प्यार था सारा लुटाया
पकड़ कर के मेरी उंगली
मुझको था चलना सिखाया
सफलता सोपान चढ़ने,
रहा आशीर्वाद मां का
आज मेरा जन्मदिन है
आज मैं पैदा हुआ था
संग समय के ,एक पादप
की तरह विकसित हुआ मैं
स्नेह से माता-पिता के
हमेशा सिंचित हुआ मैं
बड़ा आगे ,प्रगति पथ पर
लगी ठोकर ,चोट खाया
प्यार से मां ने संभाला
हौसला मेरा बढ़ाया
किया मेरा पथ प्रदर्शन
सफलता की कामना की
आज जो कुछ भी बना हूं,
मेहरबानी है यह मां की
किये हैं उपकार इतने
मैं कभी ना भूल पाता
आज मेरा जन्मदिन है
आज मैं पैदा हुआ था
मदन मोहन बाहेती घोटू
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