Tuesday, September 20, 2011

हम जो भी है,जैसे भी है,तुमसे कई गुना अच्छे है

हम जो भी है,जैसे भी है,तुमसे कई गुना अच्छे है
क्योंकि मन में मैल नहीं है,और हमारे दिल सच्चे है

ना नेता से झूठें वादे

ना ही कलुषित कोई इरादे
नहीं किसी से लेना देना,
हम है बन्दे,सीधे सादे
नहीं बरगलाते है कोई को,नहीं दिए कोई गच्चे है
हम जो भी है,जैसे भी है,तुमसे कई गुना अच्छे है
कितनी भले मुसीबत आये
हम ना रोये,हम मुस्काये
कितने अपनों ने दिल तोडा,
कितने अपने हुए पराये
हम ने माफ़ कर दिया,सोचा,नादां है,छोटे बच्चे है
हम जो भी है ,जैसे भी है,तुमसे कई गुना अच्छे है
जो मन कहता,वो करते है
ऊपरवाले से  डरते  है
ना जाने शतरंजी चालें,
सीधे रस्ते पर चलते है
हाँ ये सच है,कि इस युग की,दुनियादारी में कच्चे है
हम जो भी है,जैसे भी है,तुमसे कई गुना अच्छे है

मदन मोहन बाहेती'घोटू'

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