उसकी महिमा
हम सब को वो ऊपरवाला
ही देता है अन्न,निवाला
करता सबका भला रहा है
वो ही दुनिया चला रहा है
कब कर देगा जेबें खाली
कब भर दे झोली तुम्हारी
उसकी महिमा ,कब और कैसे
तुम्हे दिलादे ,धन और पैसे
तीनो लोकों का वो शासक
सारी जगती का वो पालक
वो ही है जीवन का दाता
हंसी खुशी ,सुख दुःख दिखलाता
वो अनंत है,अविनाशी है
वो तो घट घट का वासी है
सच्चे मन से उसका वंदन
आनंदित कर देगा जीवन
मदन मोहन बाहेती'घोटू'
हम सब को वो ऊपरवाला
ही देता है अन्न,निवाला
करता सबका भला रहा है
वो ही दुनिया चला रहा है
कब कर देगा जेबें खाली
कब भर दे झोली तुम्हारी
उसकी महिमा ,कब और कैसे
तुम्हे दिलादे ,धन और पैसे
तीनो लोकों का वो शासक
सारी जगती का वो पालक
वो ही है जीवन का दाता
हंसी खुशी ,सुख दुःख दिखलाता
वो अनंत है,अविनाशी है
वो तो घट घट का वासी है
सच्चे मन से उसका वंदन
आनंदित कर देगा जीवन
मदन मोहन बाहेती'घोटू'
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