हमारी बदकिस्मती
बताएं क्या हमारी दास्ताँ है बड़ी दर्दीली ,
हमें बेदर्द किस्मत ने ,बहुत ज्यादा सताया है
चाँद पाने की हसरत में ,बहुत तड़फे जवानी में,
बुढ़ापा आया तब जाकर , चाँद चंगुल में आया है
एक तो इस कदर से देर करदी ,तोड़ दिल डाला ,
जिसे बाहों में आना था , हमारे सर पे छाया है
न जाने क्या क्या देखे थे,सपन लेकर जिसे हमने ,
फेर कर हाथ ही बस,मन हमारा बहल पाया है
घोटू
बताएं क्या हमारी दास्ताँ है बड़ी दर्दीली ,
हमें बेदर्द किस्मत ने ,बहुत ज्यादा सताया है
चाँद पाने की हसरत में ,बहुत तड़फे जवानी में,
बुढ़ापा आया तब जाकर , चाँद चंगुल में आया है
एक तो इस कदर से देर करदी ,तोड़ दिल डाला ,
जिसे बाहों में आना था , हमारे सर पे छाया है
न जाने क्या क्या देखे थे,सपन लेकर जिसे हमने ,
फेर कर हाथ ही बस,मन हमारा बहल पाया है
घोटू
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