कज़िन मैं लैला की
मजनू शहर के सारे
लाइन मुझ पर मारे
मौका मिले है जब भी ,
नज़रें बचा के ताड़े
सारे के सारे बिचारे ,करे है ताकाझांकी
मैं नार बड़ी अलबेली,कज़िन मैं लैला की
मेरा रूप है सबसे निराला
मेरे ओठों पर तिल काला
मेरे जलवे और अदा ने ,
सबके दिल पर जादू डाला
सारे प्रोड्यूसर,फाइनेंसर ,
फिरते मेरे पीछे ,आगे
सारे हीरो और एक्टर ,
मुझसे भीख प्यार की मांगे
बैठे सब है आस लगाए
कैसे ये लड़की पट जाए
मैं सबसे शोख हसीना हूँ फ़िल्मी दुनिया की
हूँ नार बड़ी अलबेली,कज़िन मैं लैला की
मुझको प्यार करे बच्चनजी
मुझको धर्मेंदर जी घूरे
बूढ़े होते सारे हीरो,
चाहे करना अरमां पूरे
पीछे अभिषेक जी भागे,
संग संग सन्नी देवल दौड़े
अरे पप्पा जी तो पप्पा,
बेटे भी पीछा ना छोड़े
सल्लू मियां और शाहरुख़
हसरत भर देखे मेरा मुख
मैं सबको नाच नचाऊं ,बचा न कोई बाकी
हूँ नार बड़ी अलबेली ,कज़िन मैं लैला की
मुझसे ऐश्वर्या है जलती
कंगना राणावत भी जलती
फिल्मो की सारी हीरोइन ,
मेरे आगे हाथ है मलती
कटरीना हो चाहे करीना ,
मुझ से रखती है सब द्वेष
मेरा डंका देख प्रियंका ,
डर कर भागी ,गयी विदेश
मुझको चाहत भरी नज़र से
देखे सब विलेन,डर डर के
मैं डालूं न किसी को घास ,कसम है अम्मा की
हूँ नार बड़ी अलबेली ,कज़िन मैं लैला की
मदन मोहन बाहेती 'घोटू'
No comments:
Post a Comment