नमो मोदी ,नमो मोदी
बहन कूदी ,जुटे जीजा ,मगर ना गेम वन पाया
भीड़ उमड़ीसभाओं में ,मगर ना प्रेम बन पाया
घूम कर गाँव गलियों में बहुत चीख़ा और चिल्लाया
बहुत कोशिश की पप्पू नहीं पी.एम.बन पाया
बुढ़ापे में दुखी होकर ,बिचारी मम्मीजी रो दी
बहुत हमको सताता तू ,अरे मोदी अरे मोदी
सभी हथकंडे अपनाये,तरीक़ा जो भी था सूझा
जनेउ पहन करके मंदिरोंमें जा जाकर करी पूजा
बताया जो भी गुर्गों ने ,वो सारे नुस्ख़े अपनाये,
मैं बोला मुँह से जो निकला,नहीं समझा नहीं बूझा
उगेगी जब तो देखेंगे ,फ़सल वादों की यूँ बो दी
बहुत ही नाच नचवाए,अरे मोदी ,अरे मोदी
देख कर शेर का रूदबा,सभी सहमे ,मचा क्रंदन
लोमड़ी और सियारों ने ,बनाया मिल के गठबंधन
दिया करते थे इक दूजे को जो जमकर सदा गाली ,
लगा अस्तित्व ख़तरे में ,बन गये दोस्त सब दुश्मन
चलाया पप्पू ने चप्पू ,मगर नैया ही डूबो दी
गूँज है शेर बब्बर की ,हर तरफ़ मोदी ही मोदी
अब तलक देश को लूटा ,सम्पदा का किया दोहन
ले के रिमोट हाथों में,नचाये ख़ूब मनमोहन
ग़रीबी को मिटाना था ,ग़रीबों को मिटा डाला ,
किये कितने ही घोटाले ,किया जितने बरस शासन
बिठा कर देश का भट्टा,कबर अपनी ही ख़ुद खोदी
गालियाँ दे रहे है अब ,बुरा मोदी ,बुरा मोदी
बड़ा है जोश मोदी में ,बहुत बन्दे में है दमख़म
विदेशों में जा फहराया,हमारे देश का परचम
न घोटाला ,नहीं चोरी ,स्वच्छता से भरा शासन
नोटबंदी करी इसने ,निकाला कितना कालाधन
बिछाया जाल सड़कों का गेसऔर बिजली सबको दी
नमो मोदी ,नमो मोदी,नमो मोदी ,नमो मोदी
मदन मोहन बाहेती 'घोटू'
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