Wednesday, October 16, 2019

diwali

दीपोत्सव आये
प्रमुदित मन हम करें दीप अभिनंदन 
आज धरा पर कोटि चंद्र मुस्काये
दीपोत्सव आये
बालविधु से कोमल चंचल 
सुंदर मनहर स्नेहिल उज्जवल 
घर घर दीप जले 
पल पल प्रीत पले
अंध तमस मय निशा आज मावस की 
भूतल नीलाम्बर से होड़ लगाये
दीपोत्सव आये
रसमय बाती लौ का अर्चन
पुलकित है मन जनजन जीवन 
नवप्रकाश आया 
ले उल्लास आया 
रसासिक्त दीपक में लौ मुस्काई
जैसे पल्वल में पद्मावली छाये
दीपोत्सव आये

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