वैक्सीन अवतार
अबकी बार बहुत दिनों के बाद
इंद्र ने सभी देवताओं को किया याद
इंद्रसभा का सेशन बुलवाया
पर माहौल बड़ा बदला बदला नजर आया
पवन देवता ,मुंह पर पट्टी बांध खड़े थे
चेहरा कमजोर दिखता था, पीले पड़े थे
इंद्र बोले यह क्या बना रखा है हाल
पवन बोले क्या बतलाऊं सरकार
पृथ्वी पर कोरोना राक्षस का हमला अब हो गया है
लोगों का सांस लेना भी दुर्लभ हो गया है
लोगों ने करके मेरा विच्छेदन
निचोड़ लिए मेरी सारी ऑक्सीजन
हो गया मेरा तन ऑक्सीजन से कंगाल है
इसीलिए पीला पड़ गया हूं, मेरा बुरा हाल है
इंद्र ने अग्निदेव से पूछा आप क्यों निस्तेज पड़े हैं
बड़े घबराए घबराए से खड़े हैं
अग्निदेव बोले करोना से इतने लोग गए हैं मर
कि मैं थक गया हूं उन की चिताओं को जला कर
और मुझ में भी नजर आ रहे हैं बीमारी के लक्षण
कहीं हो ना गया हो मुझको भी कोरोना का संक्रमण इसीलिए मुंह पर पट्टी बांध रखी है
और आप से दो गज की दूरी बनाए रखी है
इंद्र ने वरुणदेव से पूछा आपकी क्या समस्या है आपकी हालत का कारण क्या है
वरुणदेव बोले कि अग्नीदेव की नाकामी के कारण लोगों ने कोरोना पीड़ित शवों का किया जलविसर्जन और नदियों में बहा दिया है
मुझको भी संक्रमित किया है
मैं इस आफ़त से कैसे बचूं,समझ न पा रहा हूं
इसलिए इतना घबरा रहा हूं
इन्द्र बोले इतना कुछ हुआ किसीने नहीं दी मुझे खबर
सब बोले हम ने ट्विटर पर पोस्ट कर दिया था सर
आप व्यस्त होंगे इसलिए आपकी पड़ी नहीं नजर
इंद्र बोले अगर ये मुसीबत यहां भी आजाएगी
तो फिर अप्सराएं भी पास आने से कतराएंगी
अब चलो सब मिलकर विष्णुदेव से गुहार लगाते हैं क्योंकि ऐसे संकट में हमेशा वही काम आते हैं
और सब ने मिलकर लेकर ऐसा ही किया
और विष्णु देव ने इस संकट से पृथ्वी को उबारने, वैक्सीन के रूप में अवतार लिया
मदन मोहन बाहेती घोटू
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