हम मियां बीवी
हम कितने ही लड़े और क़िस्मत को कोसे
पर रहना है एक दूजे के सदा भरोसे
अपना दिल से दिल का रिश्ता बहुत करीबी
हमें बनाया है ईश्वर ने मियां बीबी
सुनते हैं कि सभी जोड़ियां, पति पत्नी की ,
बना भेजता, आसमान से ,स्वयं विधाता
उसे निभाया करते हैं हम पूरा जीवन ,
जब आपस में यह प्यारा बंधन बंध जाता
अब तुम चाहे रहो प्यार से या फिर झगड़ो,
सुलह अंत में पर होती ही होती अक्सर
जरा प्यार की गर्मी मिलती , पिघला देती,
भले बर्फ से जमे हुए हो, तीखे तेवर
एक दूजे हम साथ ,हमारी खुश ये नसीबी
हमे बनाया है ईश्वर ने मियां बीबी
जब दो बर्तन साथ रहे टकराते ही हैं ,
पर उनकी खटपट का है संगीत निराला
कभी रूठना, कभी मनाना ,टोका टाकी ,
अच्छा लगता नोकझोंक का चाट मसाला
बिन तकरार, प्यार का पूरा मजा ना आता,
कुछ नमकीन ,जरूरी होती ,मीठे संग है
समझौते की ताजी चटनी, स्वाद बढ़ाती,
और जीवन के भोजन में आती उमंग है
इस जीवन का स्वाद बदल पाए न कभी भी
हमे बनाया है ईश्वर ने भी मियां बीबी
मदन मोहन बाहेती घोटू
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