अब मैं नाच्यो बहुत गोपाल
लड़की एक जिया को भायी,दिल ना सक्यो संभाल खुशी फिरयो मैं नाच्यो नाच्यों, अपना जियो उछाल
हुई सगाई सखा संग नाच्यो,खूब मचाई धमाल
शादी में ,बारात में नाच्यो,गले पड़ी वरमाल
बाद इशारन पर पत्नी के ,नाच रयो हर हाल
शादी बाद गृहस्थी को फिर ऐसो फस्यो जंजाल
अब दिन रात फिरत हूं नाच्यो, लाने रोटी दाल
अब मैं नाच्यो बहुत गोपाल
घोटू
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